अच्छी कमाई के लिए करो ये कारोबार
दोस्तों सभी व्यक्ती कारोबार में हाथ आजमाने के बारे में जरूर सोचता रहता है. लेकिन बहुत बार पैसे की दिक्कतें भी सामने आ जाती है तो बहुत बार कारोबार नॉलेज की कमी होने से बात बन नहीं पाती है. दोस्तों अगर रोजाना की जरूरतों पर अगर ध्यान से बात की जाए तो हम सब के इर्द गिर्द बहुत से ऐसे कारोबार बिखरे पड़े होते हैं, जिनको शुरू करने में अधिक पैसे भी नहीं खर्च नहीं होते हैं और अच्छी-खासी कमाई भी कर सकते हैं. दोस्तों यहां तक कि ऐसे बहुत से कारोबार को स्टार्ट करने में गवर्नमेंट से सहायता भी प्रदान हो जाती है. और दोस्तों पेपर नैपकिन की मैन्यूफैक्चरिंग कारोबार (Paper Napkin Manufacturing business) लगाना कारोबार टिप्स में से एक माना जाता है.
यूरोप के देशों में नैपकिन की जबरदस्त डिमांड
दोस्तों भारत समेत ठंडे weather वाले देश में नैपकिन पेपर यानी (Tissue Paper) का बहुत बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाता है. नैपकिन का महत्व इस चीज से आप जान सकते हैं कि Corona महामारी को रोकने के लिए जब यूरोप के देशों ने भी लॉकडाउन (Lockdown) लगाया, तो यूरोप में भी हमारे देश की तरह लोग पैनिक बाइंग (Panic Buying) करने लग गये. दोस्तों यूरोप के देशों में लोगों ने सबसे अधिक जिस चीज को खरीदा, वह खाने का सामान बिल्कुल नहीं था बल्कि यही नैपकिन पेपर ही था. दोस्तों हालात तो ये थे कि सुपरमार्केट में और रिटेल मार्केट से एक या दो ही दिन में नैपकिन पेपर का सब स्टॉक खाली हो गया था.
हमारे देश में भी खूब होता है प्रयोग
मित्रों भारत में चाहें नैपकिन पेपर्स इस्तेमाल यूरोप देशों की तरह अधिक नहीं है, पर यहां भी नैपकिन का बहुत बड़ा बाजार है. हमारे में नैपकिन पेपर मतलब नैपकिन की अधिक खापत हो चुकी है और इसका मार्केट लगातार बढ़ती जा रही है. अच्छी बात तो ये ही है कि भारत के बाजार में अच्छे नैपकिन के साथ साथ ही लोकल प्रोडक्ट की अच्छी खपत हो रहीं है. इस प्रकार नैपकिन पेपर का प्लांट लगाना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है और आप लोग अपने आस-पास में ही इसको बेंच कर लाखों करोड़ों की कमाई भी कर सकते हैं. तो दोस्तों आइए बताते हैं कि इसका कारोबार कैसे स्टार्ट किया जा सकता है, और इसके लिए कितने पैसे की जरूरत होती है, और भारत सरकार से हमे किस तरह की सहायता प्रदान हो सकती है और इससे आपको कितना फ़ायदे हो सकता है.
नैपकिन बनाने वाली मशीन कितने की लगती है
दोस्तों इंडियामार्ट वेबसाइट पर सप्लायर्स के मुताबिक, नैपकिन बनाने वाली मशीन (Napkin Paper Machine) 5 लाख रुपये में भी मिल सकती है. लेकिन अगर आप सेमी-ऑटोमैटिक मशीन खरीदना चाहते हैं तो यह आप लोगों को 5-6 लाख रुपये में असानी से मिल जाएगी. दोस्तों चार से पांच इंच लंबे चौड़े नैपकिन बनाने की इस मशीन की क्षमता हर घंटे 100 से 500 पीस से अधिक की होती है. दोस्तों अगर आप लोग बड़े पैमाने पर कारोबार स्टार्ट करना चाहते हो तो ज्यादा कैपेसिटी वाली पूरी ऑटोमैटिक मशीन 12-13 लाख रुपये में मिल जाएगी है, जिसकी क्षमता लगभग हर घंटे 2,500 से अधिक roll बनाने वाली होती है.
सरकार से मिल सकती है इतने लाख की सहायता
दोस्तों अगर आप लोग इस कारोबार को करने के लिए खुद से लगभग 4 लाख रुपये बना लेते हैं, तो आप लोगों को सरकारी मुद्रा योजना (Mudra Scheme) के तहत लोन असानी से मिल जाता है. अगर पैसा आपके पास में होने पर आप मुद्रा योजना में लोन लेंगे, तो आप लोगों को 4 लाख का टर्म लोन और 6 लाख का वर्किंग कैपिटल लोन मिल जाता है. इस प्रकार आपके पास तकरीबन 14 लाख रुपये का इंतजाम हो जायेगा, जिससे आसानी से कारोबार की शुरुआत हो सकती है.
पहले साल में होगी इतनी इंकम
दोस्तों छोटा मशीन लगाकर भी आप आराम से एक वर्ष में लगभग 1.75 लाख किलो तक नैपकिन का प्रोडक्शन (Napkin Production) कर सकता है. मार्केट में नैपकिन पेपर को बहुत आराम से लगभग 70 रुपये प्रति किलो की दर से बेच सकते है. इस प्रकार अगर आप देखें तो आप वर्ष में बड़े असानी से लगभग 1 करोड़ रुपये टर्नओवर (Turnover) कर सकते हो. कच्चा माल , मशीन की खर्च और लोन की किस्त को निकाल दिया जाए तो पहले वर्ष में ही इस कारोबार से 11-14 लाख रुपये की बचत हो जाएगी.
निष्कर्ष
तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको एक ऐसे कारोबार के बारे में बताया है जिससे आप अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं अगर आपको ये पोस्ट पसंद आया है तो शेयर जरूर करना और एक comment भी धन्यबाद.
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