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Potato के बारे में कुछ जरूरी जानकारी और फैक्ट
दोस्तों आलू यानी potato दुनिया में सबसे अधिक मशहूर और सबसे अधिक ईस्तेमाल किया जाने वाली सब्जी माना जाता है। आलू सारे विश्व में रोपा जाता है, पर मैंन जगह दक्षिण अमेरिका यानी south Africa ही है। भारत में ये लगभग 16वीं शताब्दी में पुर्तगालियों के द्वारा ही लाया गया था.
आलू यानी potato पौष्टिक तत्वों से भरा हुआ होता है। इसका प्रमुख तत्व स्टार्च कहा जाता है। इसमें थोड़ी सी मात्रा अधिक जैविक मान के प्रोटीन की होती है। आलू अधिक क्षारीय भी होता है, इसलिए यह बॉडी में क्षर की मात्रा अधिक या उसे सही रखने में बहुत लाभदायक भी होता है। ये बॉडी में ऐसीडोसिस बिल्कुल नहीं होने देता है.
आलू Potato का इतिहास क्या है?
मित्रों वैज्ञानिकों के मुताबिक आज से बहुत बर्षों पहले तकरीबन 7000 BC में अमेरिका महाद्वीप के एक छोटे से देश पेरू तथा बुलेविआ में potato के उत्पादन के अवशेष पाए गए हैं। बहुत बर्षों तक आलू अमेरिका के निवासियों का मुख्य भोजन भी रहा। और लगभग 16वीं शताब्दी में यूरोप के देश स्पेन ने अमेरिकी उपनिवेशों से potato आलू की फसल को पूरे यूरोप के देशों में फैलाना शुरू कर दिया। फिर आलू यूरोप पहुँचा तो वहाँ भी इसका प्रचार करने हो गया।
दोस्तों इसी वक़्त ब्रिटेन ने अपने उपनिवेशों का फैलाव यानी विस्तार एशिया के देशों में और ज्यादातर से भारत में ही किया। तो ब्रिटेन ही इंडिया में सबसे पहली बार आलू potato को लेकर आया था. तब से आलू हमारे रोज के भोजन का एक महत्वपूर्ण अंग भी बन गया. पूरी दुनिया में आलू का इतना फेमस होने का प्रमुख कारण उसका सस्ता दाम तथा उसकी पौष्टिकता थी जो गरीब देशों एवं गरीब जनता के लिए एक मुख्य भोजन थी.
हमारे देश भारत में आलू का महत्व क्या है?
मित्रों चाहें किसी भी दौर में आलू विदेश से इंडिया में आया हो पर आज ये एक मुख्य भारतीय फसल के रूप में जाना जाता है। और चीन के बाद इंडिया ही दूसरा बड़ा आलू का उत्पादन करने वाला देश है। साल 1949 में शिमला में आलू के अनुसन्धान के लिए एक Central Potato Research Institute बनाया गया था । लगभग पिछले सात दशकों में हमारे भारत में आलू का उत्पादन 36 गुना बढ़ाा चुका है।
आलू के प्रकार
रसेट आलू : रसेट potato छोटे और मध्यम और काफी बड़े प्रकार का भी होता है और इस प्रजाति का रंग भूरा होता है। और ये खाने में काफी स्वादिष्ट भी होता है और ज्यादातर सब्जी बनाने में ज्यादा इसी का ईस्तेमाल किया जाता है। ये आलू potato का सबसे नॉर्मल प्रकार भी होता है।
पीला आलू : दोस्तों नाम के मुताबिक इस potato का कलर पीला है। ज्यादातर , मांसाहारी खानों में इसका प्रयोग ज्यादा किया जाता है। यह उन व्यंजनों के लिए अहम है, जिन्हें ग्रिल यानी रोस्ट करा जाता है।
बैंगनी आलू : ये आलू का एक अलग तरह का होता है, जो बैंगनी कलर का है। ये आलू potato का यह प्रकार रोस्ट, बेकिंग तथा रोस्टिंग के लिए बहुत सही माना जाता हैं।
लाल रंग का आलू : ये आलू potato का एक अलग तरह की प्रजाति होती है, जो लाल कलर की होती है। यह खाने में बहुत ही मजेदार और टैस्टी होता है, इस आलू का प्रयोग अधिकतर सूप तथा सलाद बनाने के लिए किया जाता हैं। इसके अलावा, इसको भूनकर भी खाया जा सकता हैं।
सफेद यानी white आलू : दोस्तों ये potato आलू देखने में सफेद कलर का होने के साथ साथ खूबसूरत भी नजर आता है। खाने में यह भी काफी lajabab होता है। इसे उबालकर तथा भूनकर कर खाया जाता हैं.
रोग प्रतिरोधक क्षमता को करे मजबूत
दोस्तों बॉडी की immunity system को ताकतवर बनाने में भी आलू potato खाने के लाभ देख सकते हैं। आलू विटामिन सी से भी भरपूर होता है. और विटामिन-सी को एक अच्छा-खासा इम्यूनिटी बूस्टर कहा जाता है। और साथ ही यह एक बढ़िया एंटीऑक्सीडेंट भी होता है, जो प्रतिरक्षा तंत्र को चलाने में एक बढ़ी भूमिका निभाता है. और इसके अलावा, आलू में फाइबर भरपूर होता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक फाइबर immunity को ताकतवर करने में बड़ी भूमिका निभाता है.
त्वचा के लिए कितना लाभदायक?
दोस्तों अंदर की सेहत के साथ-साथ आलू यानी potato Skin के लिए भी बहुत लाभकारी होता है। अब आपको बताते है आलू से जुड़े त्वचा के फायदों के बारे में.
झुर्रियों के लिए मुफीद
मित्रों बढ़ती आयु के साथ साथ बहुत सी समस्याएं अपने आप ही सामने आने लगती हैं, इसमे झुर्रियां भी शामिल है। इनको हटाने के लिए आलू बहुत अधिक लाभकारी साबित हो सकता है। दोस्तों आलू potato विटामिन-सी से भरपूर होता है. ये झुर्रियों को साफ़ करके आयु के प्रभाव को अच्छे तरीके से कम कर देता है. झुर्रियों के लिए किस तरह आलू का इस्तेमाल में करते हैं :
उपयोग करने का सही तरीका
दोस्तों एक आलू potato ले लीजिए और उसको छिल लें।
मित्रों अब आलू को मिक्सर की सहायता से उसका गाढ़ा पेस्ट बना लीजिये.
दोस्तों इस पेस्ट को अपनी त्वचा पर 20 से 25 मिनट के लिए लगा रहने दें और फिर में ठंडे पानी से मुंह को धों लीजिये.
आप लोग यह नुस्खा हफ्ते में तीन से चार बार इस्तेमाल कर सकते हो.
काले धब्बे का इलाज
दोस्तों त्वचा पर काले धब्बों से छुटकारा पाने के लिए आलू को प्रयोग में लाते हैं दरअसल, आलू में विटामिन-सी भरपूर होता है. और , विटामिन-सी स्किन की रंगत को सुधारने और काले धब्बों को अच्छे से कम करने में सहायता कर्ता है. इसका ईस्तेमाल आप नीचे बताये गये तरीके से कर सकते हैं :
उपयोग करने का तरीका :
दोस्तों छिलके वाले आलू potato को मिक्सी में पीस लें।
और अब इस पेस्ट को अपने चेहरे पर अच्छे से लगा लें और हल्के हाथों से तकरीबन 5 मिनट तक मालिश करते रहें.
अब अपने चेहरे को ठंडे पानी से धों लें।
अच्छे परिणाम के लिए इसे रोज इस्तेमाल करना बिल्कुल ना भूलें हैं।
सनबर्न का उपचार
मित्रों सनबर्न जैसी समस्याओं के लिए भी potato के बहुत फ़ायदे देखे जा चुके हैं। जैसा कि आपको पता चल गया है कि आलू विटामिन-सी से भरा होता है. एक रिसर्च के मुताबिक , विटामिन-सी सूरज की खतरनाक किरणों से होने वाले एरिथेमा जैसी दिक्कत को 60 प्रतिशत कम कर देता है. नीचे बताये गये तरीके से आलू का ईस्तेमाल करें.
उपयोग करने का सही तरीका
दोस्तों आलू को कुछ समय के लिए देर फ्रिज में रख दें.
अब ठंडा हो जाने पर आलू को काट लें और उसका एक टुकड़ा यानी slice प्रभावित स्थान पर 15-30 मिनट के लगा दें.
दोस्तों आलू का ठंडा ठंडा रस भी सनबर्न से जाली हुई स्किन पर लगाने से फ़ायदे होते हैं.
सेहत के लिये
कोलेस्ट्रॉल
मित्रों कोलेस्ट्रॉल लेवल रक्त में होने वाला एक पदार्थ ही है। यह हमारी बॉडी में स्वस्थ कोशिकाओं स्वस्थ रखने और निर्माण करने में सहायता करता है, पर दोस्तों खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा का अधिक होना दिल की बीमारी और हार्ट स्ट्रोक का बड़ा कारण भी बन जाती है. आलू में कोलेस्ट्रॉल बिल्कुल भी नहीं होता है, यानी इसका इस्तेमाल कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की टेंशन किए wagair आप कर सकते है.
नींद को बढ़ाना
दोस्तों आलू potato खाने के फायदे में सबसे खास एक फायदा नींद को बढ़ा देना भी मौजूद है। दोस्तों हमने आपको बताया कि आलू potato विटामिन-सी से भरा है। और विटामिन-सी न्यूरोट्रांसमीटर (ब्रेन केमिकल) को बना सकता है. न्यूरोट्रांसमीटर दिमाग़ की कार्य तंत्र को सुधार कर मूड तथा नींद को सही ढंग से लाने का कार्य कर्ता है. और इसके अलावा, विटामिन-सी चिंता, और तनाव, तथा डिप्रेशन और थकान को दूर भगाने का काम भी कर्ता है, जिससे नींद अच्छी आती है.
आलू potato में मौजूद तत्व
पौष्टिक तत्व | मात्रा पर 50 ग्राम |
पानी water | 40 ग्राम |
ऊर्जा energy | 38.5 किलो कैलोरी |
प्रोटीन protein | 1.025 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट carbohydrates | 8.75 ग्राम |
कुल लिपिड (वसा) lipid | 0.0045 ग्राम |
फाइबर, कुल डाइटरी Fiber | 1 ग्राम |
शुगर, कुल Sugar | 0.41 ग्राम |
स्टार्च Starch | 8 ग्राम |
कैल्शियम Calcium | 6 मिलीग्राम |
आयरन iron | 0.40 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम magnesium | 12 मिलीग्राम |
फास्फोरस phosphorus | 29 मिलीग्राम |
पोटेशियम potassium | 212.5 मिलीग्राम |
सोडियम sodium | 3 मिलीग्राम |
जिंक zink | 0.015 मिलीग्राम |
कॉपर copper | 0.5 मिलीग्राम |
मैंगनीज magneiz | 0.76 मिलीग्राम |
सेलेनियम selenium | 0.2 माइक्रोग्राम |
विटामिन सी vitamin – c | 10 मिलीग्राम |
थियामिन thiamine | 0.040 मिलीग्राम |
राइबोफ्लेविन riboflavin | 0.016 मिलीग्राम |
नियासिन niacin | 0.51 मिलीग्राम |
पैंटोथैनिक एसिड acid | 0.150 मिलीग्राम |
विटामिन बी-6 vitamin-B 6 | 0.150 मिलीग्राम |
फोलेट, डीएफई folat | 8 माइक्रोग्राम |
कोलीन Colin | 6 मिलीग्राम |
बीटेन beten | 0.1 मिलीग्राम |
विटामिन ए IU vitamin A iu | 1IU |
विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल) vitamin – e | 0.005 मिलीग्राम |
विटामिन-के (फिलोक्विनोन) vitamin – k | 1.0 माइक्रोग्राम |
फैटी एसिड, कुल सैचुरेटेड Fatty acid | 0.012 ग्राम |
फैटी एसिड, कुल मोनोअनसैचुरेटेड | 0.001 ग्राम |
फैटी एसिड, कुल पॉलीअनसैचुरेटेड | 0.021 ग्राम |
आलू potato के बारे में रोचक जानकारी
- दोस्तों चावल, गेहूं और मक्की की ही तरह , आलू की भी फसलें विश्व के आहार का बहुत बड़ा महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाती हैं।
- दोस्तों 2020 के आंकड़ों के मुताबिक चीन में आलू की सबसे अधिक फसल की जाती हैं।
- मित्रों आलू potato यूरिक अम्ल को मिक्स करके निकालता रहता है। पुरानी से पुरानी कब्ज, आंतों में जहरीले पदार्थ , यूरिक अम्ल से जुड़े सभी रोग,गुर्दों में पथरी का होना, ड्रॉप्सी इत्यादि बीमारियों के उपचार में आलू Potato पर आधारित चिकित्सा को बहुत अधिक उपयोगी माना जाता है। स्कर्वी रोग में आलू potato को आदर्श आहार और दबाई माना जाता है।
- कोई भी भोजन करने या चाय पीने से पहले एक या दो चम्मच भर कच्चे Potato का रस पीने से हर प्रकार के अम्ल बॉडी से बाहर निकल जाते हैं इससे गठिया की बीमारी में अधिक आराम मिलता है। आलू के छिलके में सबसे जरूरी खनिज पदार्थ अधिक मात्रा में होते हैं।
- दोस्तों जिस पानी में आलू यानी potato को छिलके के साथ उबाला जाता है तो वह पानी बॉडी में acidyty की अधिकता के चलते होने वाली बीमारियों की सटीक दवा बन जाता है। और इसका काढ़ा बनाकर कर, छानकर एक-एक गिलास दिन में 2-3 बार हर दिन लेना जरूरी है।
- दोस्तों पेट से जुड़ी बीमारियों में कच्चे आलू Potato का रस बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि दोस्तों यह आंतों में होने वाली सूजन से राहत दिलाने का काम कर्ता है। इससे बीमारी में आराम पाने के लिए कच्चे आलू Potato का आधा ग्लास रस खाना खाने से आधा घंटा पहले दिन में दो से तीन बार लेना जरूरी है।
- दोस्तों आलू यानी potato ज्यादातर गर्म खाया जाता हैं, पर कभी-कभी potato के चिप्स एवं आलू के slad के रूप में ठंडा ही खाया जाया कर्ता हैं.
- Ireland में 1845 तथा 1852 के बीच अकाल के प्रमुख दिक्कतों में से एक आलू की बीमारी मानी जाती थी जिसे आलू ब्लाइट कहा जाता था।
- मित्रों आलू यानी potato की कमी के ही कारण कम से कम 1 मिलियन से अधिक लोगों की मौत हो गई क्योंकि वो खाने के मुख्य समान के रूप में सिर्फ आलू पर ही निर्भर थे।आलू Potato की खोज दक्षिणी पेरू के क्षेत्र मैं मानी जाती है , जहां इसे पहली बार 3000 ईसा पूर्व तथा 2000 ईसा पूर्व के बीच मे बोया गया था.
निष्कर्ष
तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको आलू यानी potato से जुड़ी बेहद ही रोचक जानकारी बतायी है अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आया है तो शेयर जरूर करना और एक comment भी धन्यबाद.
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