सोयाबीन देगा अधिक मुनाफा
Farmer Business in hindi : दोस्तों भारत सरकार की तरफ से किसानों के लिए और उनकी आय को बढ़ाने के लिए लगातार हर संभव प्रयास हो रहे हैं. और हमारी गवर्नमेंट की तरफ से किसान भाइयों को अलग-अलग प्रकार की योजनाओं के द्वारा सब्सिडी का बेनिफिट भी दिया जाता है. इसके बाद भी दोस्तों किसान भाइयों का उतना प्रॉफिट नहीं हो पाता है जितना उनको जरूरत है. इसके लिए दोस्तों जो किसान भाई खेती करते हैं उसकी जगह पर आधुनिक तरीके की खेती का इस्तेमाल किया जाए तो किसान भाई फसल से मोटा मुनाफा कमा सकते हैं. आधुनिक खेती का मतलब होता है कि आप उन खेती का प्रयोग करें और उन फसलों को लगाए जिनमें आपको अधिक मुनाफा होता हो. इसमें आप लोगों को मार्केट में डिमांड और रेट की जानकारी को देखना होगा और साथ ही उन फसलों को लगाना होगा जिन से अधिक प्रॉफिट किया जा सके.
दोस्त लगभग खरीफ की फसलों की बुवाई शुरू ही हो चुकी है और इस दौरान सोयाबीन की खेती हमारे किसान भाइयों के खेतों में उगने के लिए तैयार है. यानी कि सोयाबीन की खेती खरीफ की फसल में ही आती है. सोयाबीन का अत्यधिक उत्पादन भारत में मध्य प्रदेश पहले स्थान पर आता है और कुछ वर्षों से सोयाबीन की फसल को काला सोने की भी संज्ञा दी जाने लगी है. हालांकि इसी बीच में इस फसल में बहुत ही ज्यादा कमी आई है और पिछले वर्षों में इसका उत्पादन काफी कम हुआ है. अगर किसान भाई सोयाबीन की खेती करना शुरू करते हैं तो अब किसान भाई खेती से अच्छा खासा मुनाफा पा सकते हैं.
सोयाबीन को तिलहन फसल कहा जाता है और भारत में खरीफ फसल की खेती बहुत बड़े पैमाने पर होती है. आप लोगों को यह बता देते हैं कि राजस्थान महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश एक साथ मिलकर देश में सोयाबीन की लगभग 96% खेती करते हैं और 96% उत्पादन में योगदान देते हैं.
कैसी मिट्टी की आवश्यकता होती है
इस खेती को करने के लिए ज्यादातर रेतीली और हल्की मिट्टी को छोड़कर सभी प्रकार की जमीन पर सोयाबीन को उगाया जा सकता है. और इसकी खेती करते समय इस बात का बहुत ही ध्यान रखना जरूरी होता है कि जिस भी जगह पर आप इस खेती को कर रहे हैं वहां की जल निकासी की व्यवस्था काफी अच्छी होना चाहिए. खेतों में पानी बिल्कुल भी नहीं रुकना चाहिए अगर खेतों में पानी रुकता है तो इस कारण सोयाबीन की फसल बर्बाद हो सकती है.
बुवाई का समय
दोस्तों सोयाबीन की फसल की बुवाई का समय जून के लास्ट सप्ताह तक और लगभग जुलाई के पहले हफ्ते तक होता है. और यह सबसे उपयुक्त समय माना जाता है अगर आप ज्यादा देरी करते हैं तो आप जुलाई के दूसरे हफ्ते तक इसकी बुवाई जरूर करें. और सोयाबीन की बुवाई आप लोगों को कतारों में करना चाहिए यानी कि लाइन से आपको सोयाबीन लगाना होगी.
सोयाबीन के फायदे
दोस्तों आप लोगों को यह भी जानकारी होना चाहिए कि सोयाबीन में विटामिन बी कांप्लेक्स, कैल्शियम, प्रोटीन, राइबोफ्लेविन, अमीनो अम्ल, साइटोस्ट्रोल और ऐसे पदार्थ अधिक मात्रा में पाए जाते हैं. और जितने भी पोषक तत्व हमने आपको बताया है यह हमारी बॉडी के लिए बहुत ही ज्यादा लाभदायक होते हैं, और इसके अलावा इसमें पाए जाने वाले आयरन एनीमिया जैसी सभी बीमारियों से छुटकारा भी दिलाते हैं.
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